आसमान नीला क्यों दिखाई देता है?

Namaste Bharat AJ
1 min readJul 31, 2022

हम सब जानते है की पृथ्वी के चारों ओर एक वायुमंडल है जो कई गैसों का मिश्रण है तथा सूर्य का प्रकाश पृथ्वी तक इन्हीं गैसों के मिश्रण में से गुज़रकर पहुंचता है जो सफ़ेद रंग का होता है। इस सफ़ेद रोशनी में अलग — अलग रंग पाए जाते है, जैसे की हमें इंद्रधनुष में दिखाई देते है। इनमें से प्रत्येक रंग का एक तरंग दैर्ध्य होता है लाल रंग का तरंग दैर्ध्य सबसे अधिक होता है जबकि नीले प्रकाश का तरंग दैर्ध्य सबसे कम होता है। जब प्रकाश की सफ़ेद किरण वायुमंडल से टकराती है तो अधिक तरंग दैर्ध्य वाली तरंगें जैसे लाल, पीली, सीधी गुजर जाती है जो हमें प्रकाश की किरण के रूप में दिखाई देती है परन्तु कम तरंग दैर्ध्य (नीला रंग) वाली प्रकाश की किरणें गैसों के अणुओं से टकराकर वही फ़ैल जाती है तथा कई बार टकराकर वे हमारी आँखों पर पड़ती है ( जब हम आसमान को देखते है ) और इसी कारण हमें आकाश नीला दिखाई देता है।

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नमस्ते भारत ए जे

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